Moradabad : ई रिक्शा पलटने से स्कूल जा रही मासूम की मौत, अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी गुनगुन

कांठ में स्कूल जाने के लिए घर से निकाली छह वर्षीय बच्ची ई-रिक्शा पटलने से घायल हो गई। परिवार वाले बच्ची को इलाज के लिए मुरादाबाद के निजी अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्ची यूकेजी में पढ़ती थी। छजलैट थाना क्षेत्र के गांव दयानाथपुर निवासी किरनपाल सिंह की बेटी गुनगुन अगवानपुर स्थित सेंट मैरी स्कूल में यूकेजी की छात्रा थी।

सोमवार सुबह गुनगुन ई-रिक्शा से स्कूल जा रही थी। जब ई-रिक्शा पाकबड़ा बाईपास स्थित छजलैट क्षेत्र के ही गांव कोकरपुर में एक बरात घर से थोड़ा आगे पहुंचा, तो यहां पानी की पाइप लाइन डालने के लिए खोदी गई सड़क के उबड़ खाबड़ होने चलते ई-रिक्शा अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे में गुनगुन गंभीर रूप से घायल हो गई।

हादसे की सूचना पाकर पहुंचे परिजन गुनगुन को लेकर मुरादाबाद में कांठ रोड स्थित एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। हादसे की जानकारी मिलते ही छजलैट पुलिस भी अस्पताल पहुंच गई, लेकिन परिवार वालों ने कार्रवाई से इनकार कर दिया।

थानाध्यक्ष छजलैट सतेंद्र शर्मा ने बताया कि परिजनों द्वारा मना करने पर पंचनामा भरकर शव उन्हें सौंप दिया गया। मामले में परिजनों की ओर से कार्रवाई के लिए कोई तहरीर नहीं दी गई है।

अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी गुनगुन

ई-रिक्शा के पटलने से जान गंवाने वाली बच्ची अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी। बच्ची की मौत से पिता किरनपाल सिंह सहित सभी परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने गमगीन माहौल में बच्ची के शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया है।

पिता ने ठेकेदार को ठहराया जिम्मेदार

बच्ची के पिता ने किरनपाल सिंह निवासी दयानाथपुर ने पानी की पाइप लाइन बिछवाने के लिए सड़क की खुदाई कराने वाले ठेकेदार को हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि ई-रिक्शा चालक की कोई गलती नहीं थी।

सड़क को खोदकर ठेकेदार ने पहले की तरह दुरुस्त नहीं कराया, जिसके कारण उबड़खाबड़ होने से ई-रिक्शा पलट गई। किरनपाल ने इस जगह पर और हादसे होने की आशंका भी व्यक्त की है।

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