Moradabad : मुरादाबाद में घूस लेते पकड़ा गया लेखपाल प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर मांगी घूस
मुरादाबाद। भ्रष्टाचार निवारण संगठन मुरादाबाद इकाई ने सदर तहसील के लेखपाल नफीस अहमद को 10,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा है। लेखपाल नफीस अहमद भगतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम चतरपुर नायक (फारसियापुर) के जितेंद्र सिंह से रिश्वत ले रहा था। इस पूरे मामले में भ्रष्टाचार निवारण संगठन की ट्रैप टीम प्रभारी इंस्पेक्टर विनोद कुमार के नेतृत्व में कार्रवाई की गई है। ट्रैप टीम के अधिकारी रिश्वतखोर लेखपाल नफीस अहमद के विरुद्ध भगतपुर थाने में एफआईआर दर्ज कर रहे हैं।
भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम के द्वारा दबोचा गया रिश्वतखोर लेखपाल नफीस अहमद
अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने बहादुरपुर पट्टी गांव में मधुसूदन डेयरी पर लेखपाल को पकड़ा है। यह लेखपाल शिकायतकर्ता जितेंद्र सिंह से वारिसों की तस्दीक करने के नाम पर 10,000 रुपये रिश्वत लिया था। शिकायतकर्ता ने बताया कि 19 सितंबर 2023 को उसके पिता टोढ़ा सिंह का देहांत हो गया था। उनके नाम पर एक राइफल और रिवाल्वर थी। जिसके लिए वारिसान बनवाकर अपनी भतीजे चर्चित कुमार के नाम पर दर्ज करने के लिए प्रयासरत थे।
उन्होंने बताया कि समस्त कार्रवाई पूरी करते हुए उन्होंने 18 दिसंबर 2023 को जिलाधिकारी कार्यालय में प्रार्थना पत्र दाखिल किया था, उनके इस आवेदन पर आयुध लिपिक ने 16 दिसंबर 2023 को डाक वही नंबर-441 पर चढ़कर एसडीएम सदर के कार्यालय में भेजा था। एसडीएम सदर कार्यालय में डाक वही नंबर 1350 पर 16 दिसंबर 2022 को कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों ने उस आवेदन को प्राप्त कराया था।
शिकायतकर्ता जितेंद्र सिंह का कहना है कि 3 जनवरी के दिन उन्होंने उस संबंधित प्रार्थना पत्र के संबंध में क्षेत्रीय लेखपाल नफीस अहमद से मिले थे। उन्होंने उनसे कहा था कि आपके वारिसानों की तस्दीक करनी है, जिसके एवज में लेखपाल ने उनसे सुविधा शुल्क के तौर पर 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी।